अध्याय 166 भाग 2

एवरी

ड्रेक एक कदम और करीब आता है, उसकी आँखों में ऐसी तीव्रता है कि मेरी साँसें थम जाती हैं। "अच्छा। क्योंकि एक बार जब हम शुरू करेंगे, तो पीछे मुड़ने का कोई रास्ता नहीं होगा।"

वह हाथ बढ़ाता है, उसकी उंगलियाँ मेरे गाल को छूती हैं, मेरी रीढ़ में सिहरन दौड़ जाती है। मैं अपनी आँखें बंद कर लेती हूँ,...

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