अध्याय 169

इस साल ऐलिस बत्तीस साल की हो गई थी, एक ऐसी उम्र जब एक महिला का आकर्षण और गरिमा पूरी तरह से खिल चुके होते हैं।

उसके सुनहरे बाल थे, जो उसके कंधों पर सुनहरी लहरों की तरह गिरते थे। उसकी हरी आँखें, स्पष्ट नाक, और उसकी पूरी शख्सियत में एक शालीनता झलकती थी।

इवान जाने के लिए तैयार था, अनुबंध हाथ में लिए ह...

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