अध्याय 91 चिकन को नंगे हाथों से धोना

यद्यपि उसका चेहरा पीला और ठंडा था, वह आदमी वहीं बैठा रहा।

निकोल का सुझाव सुनकर, उसने अपनी भौंहें चढ़ाई लेकिन केवल एक पल के लिए रुका। ऐसा लग रहा था कि वह थोड़ी देर के लिए संघर्ष कर रहा था, फिर अनिच्छा से सहमति में सिर हिलाया।

"ठीक है फिर।"

उसके क्षणिक हिचकिचाहट ने निकोल को अपना मन बदलने का समय नहीं द...

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